Main kaun hu
Saturday, November 7, 2009
मैं कौन हूँ
कभी भीड़ में
कभी रात में
तो कभी अपनों की नजरो में
तो कभी अपनों की जज्बातों में
खुद को खोजता हूँ
मैं कौन
हूँ
सबसे पूछता हूँ
एक दिन रात की
तन्हाई में अन्दर
से एक आवाज आई
मैं तो एक इन्सान हूँ
जो बे मतलब ही जिए जा रहा है
अपने आप से ही लडें जा रहा है
Newer Posts
Home
Subscribe to:
Posts (Atom)