कभी कुछ भी बुरा न चाह
फिर भी लोगो ने भुलाया
हमेशा अपनी याद दिलानी चाही
पर किसी ने याद नहीं किया
तभी तो लगता है की काश
मैं भी रावन होता
जब भी खुल के हसता तो
लोग कहते रावन की तरह हसता है
जब भी कुछ बुरा करता
तो लोग याद करते रावन की तरह
हज़ार अच्छे काम किये पर
एक बुरे काम ने सब पे पानी फेरा
काश के मई भी रावन होतातो लोग याद करते रावन की तरह
हज़ार अच्छे काम किये पर
एक बुरे काम ने सब पे पानी फेरा
दिन भर में एक बार तो लोग याद करते
राम जैसा बन के काया मिला
अपनों ने ही भुला दिया
गैरो का क्या करता
अब तो सच में लगता हैअपनों ने ही भुला दिया
गैरो का क्या करता
की काश मैं भी रावन होता
अब तो सच में लगता है
की काश मैं भी रावन होता
की काश मैं भी रावन होता
are bhai ji sabra rakhiye.....ram banane me thodi takleef to zaroor hogi par pooja ram ki hi hogi....
ReplyDeletewaise sundar prastuti hai...
बुराई जल्दी पता चल जाती है और अच्छाई देर से....नाम के लिए बुरा बनना उचित नहीं...पर मन के भाव हैं....अच्छे से लिखे हैं
ReplyDeleteachcha likha...
ReplyDeleteरावण अगर होते तो क्या होता ...
ReplyDeleteइस दुनियाँ में रावणों की कमी तो नहीं है
एक रावण और होता और क्या!!
Raavan is here...
ReplyDeleteYou can see him in ACTION soon, (NOT YET)...