Monday, June 14, 2010

जमीन तो अपनी है

अभी अभी तो आसमा से गिरे है
और गिरे भी तो ऐसा
खजूर पे अटके
किसे छत से लटके

सीधे के जमीन पे गिरे
अब जो गिरे है तो उठने में समय
तो लगेगा ही
और अगर उठ भी गए तो वोही
आसमा पाना आसान होगा
पर उठना तो है ही
दिल में हौसला जो है
चाहे आसमा मिले मिले
जमीन तो अपनी है

5 comments:

  1. ab aisa lagta hai
    naa jamin apne aur naa hai aasman

    http://sanjaykuamr.blogspot.com/

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  2. बहुत बढिया
    गिरे हैं तो उठने में समय तो लगेगा
    पर कोशिश यही हो कि गिरे ही नहीं
    सुन्दर

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  3. कहाँ गिरे हैं भईया .. मैं मदद के लिये आऊँ क्या?
    वैसे बहुत बढिया लिखे हैं

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  4. गिरते हैं सहसवार मैदाने जंग में ....

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